धनबाद, झारखंड।
कश्मीर के सुरम्य पहलगाम घाटी में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है। इस निर्मम घटना में निहत्थे और निर्दोष हिंदू पर्यटकों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। इस आतंकवादी कृत्य की पूरे देश में कड़ी निंदा हो रही है, और हर राज्य, हर शहर से पीड़ितों के प्रति शोक और आतंकवाद के खिलाफ गुस्से की लहर उठ रही है।
इसी क्रम में झारखंड के धनबाद शहर में भी सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों द्वारा लगातार श्रद्धांजलि सभाएं और विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
इन्हीं में से एक प्रमुख संस्था, “केयर एंड सर्व फाउंडेशन”, ने भी कश्मीर के शहीद पर्यटकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदमों की मांग की।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन: एक भावुक क्षण
आज सुबह धनबाद के विभिन्न हिस्सों में ज़रूरतमंदों के बीच भोजन वितरण के लिए निकली केयर एंड सर्व फाउंडेशन की टीम ने कार्यक्रम की शुरुआत एक बेहद संवेदनशील और भावुक क्षण के साथ की। भोजन वितरण से पहले संस्था के सदस्यों ने कैंडल जलाकर, दो मिनट का मौन रखकर और प्रार्थना के माध्यम से पहलगाम में मारे गए मासूमों की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि सभा न केवल एक श्रद्धा का प्रतीक था, बल्कि देश की एकता, शांति और सौहार्द के समर्थन में एक ठोस सामाजिक संदेश भी था।
“यह सिर्फ एक हमला नहीं, हमारी आत्मा पर प्रहार है” : दिलीप चौधरी
संस्था के वरीय उपाध्यक्ष दिलीप चौधरी ने इस अवसर पर कहा:
“यह केवल कुछ लोगों की हत्या नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन और सहिष्णुता की भावना पर हमला है। हमें अब एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि आतंकवादी केवल गोली से नहीं लड़ते, वे डर का माहौल बना कर लोगों को बांटना चाहते हैं, लेकिन भारत की आत्मा बहुत बड़ी है — यह न झुकेगी और न टूटेगी।
कार्यक्रम में शामिल रहे सामाजिक कार्यकर्ता
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में संस्था के कई सक्रिय सदस्य उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से:
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दिलीप चौधरी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष)
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रॉबिन चटर्जी (सह सचिव)
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नीलकमल खावास (मीडिया प्रभारी)
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गणेश विश्वकर्मा
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बबलू उपाध्याय
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तपन कुमार चक्रवर्ती
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मुन्ना खान
सभी सदस्यों ने एकमत से इस घटना की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन किया।
भारत सरकार की कार्रवाई का समर्थन
फाउंडेशन के सभी सदस्यों ने भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए पाँच कड़े कदमों का स्वागत किया और कहा कि:
“यह समय भावनाओं में बहने का नहीं, बल्कि एक सशक्त राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर खड़े होने का है। अगर अब भी हम नहीं चेते, तो ऐसे हमले बार-बार होंगे।”
संस्था ने यह भी मांग की कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को आतंकवाद के मुद्दे को और अधिक मज़बूती से उठाना चाहिए, ताकि विश्व समुदाय आतंकवाद समर्थक देशों पर दबाव बना सके।
सेवा के साथ संवेदना: जरूरतमंदों के बीच भोजन वितरण
श्रद्धांजलि सभा के बाद केयर एंड सर्व फाउंडेशन ने अपने नियमित सामाजिक सेवा कार्यक्रम के तहत ज़रूरतमंदों को भोजन भी वितरित किया। इस दौरान संस्था के सदस्यों ने न केवल खाना बाँटा, बल्कि लोगों से संवाद करते हुए उन्हें जागरूक भी किया कि देश के हालात पर सतर्क रहना ज़रूरी है।
यह कार्यक्रम यह भी दर्शाता है कि जहां एक ओर समाज को चोट पहुँचती है, वहीं दूसरी ओर सेवा की भावना लोगों को जोड़ती है और जख्मों पर मरहम लगाती है।
जनता की प्रतिक्रिया: “कभी नहीं झुकेंगे”
कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद स्थानीय नागरिकों ने भी अपने विचार साझा किए। एक बुज़ुर्ग महिला ने कहा:
“हमने partition देखा, दंगे देखे, आतंक देखा — लेकिन भारत को तोड़ने की हर कोशिश नाकाम रही है और रहेगी।”
एक युवा छात्र ने कहा:
“हम इस देश के बच्चे हैं, हम झुकेंगे नहीं। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए हम सरकार के साथ हैं।”
आगे की राह: एकजुटता और संवेदना
केयर एंड सर्व फाउंडेशन का यह कदम न केवल एक श्रद्धांजलि था, बल्कि यह संदेश भी था कि समाज अब जागरूक है और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। समाज की हर इकाई — चाहे वह आम नागरिक हो, समाजसेवी संस्था या सरकार — मिलकर ही इस खतरे से निपट सकती है।