पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार सुबह लालू यादव के 17 ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद अब जुबानी जंग तेज होती दिख रही है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने लालू यादव और उनके परिवार पर निशाना साधा है.
सुशील मोदी ने आगे कहा है कि लालू यादव का मामला जमीन के बदले नौकरी देने से जुड़ा है. लालू यादव की ही पार्टी के शिवानंद तिवारी और लल्लन सिंह ने सबसे पहले तत्कालीन पीएम और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह के सामने यह मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा कि लालू यादव तब सरकार में मंत्री थे और इस वजह से मामले की जांच शुरू नहीं हो सकी. सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव द्वारा रेलवे के चतुर्थ श्रेणी के दो कर्मचारियों को जमीन के बदले नौकरी देने का मामला सामने आया था. “फिर 2017 में मैंने सबूतों के साथ मामला उठाया था, जिसके बाद सीबीआई ने जांच शुरू की। सुशील मोदी ने कहा कि शायद अब सीबीआई को और जानकारी मिल जाएगी, इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है।”
भाजपा नेता ने लालू यादव और उनके परिवार के अन्य लोगों को भी घेरते हुए कहा कि लालू यादव और उनके परिवार के पास 131 भूखंड और 30 से अधिक घर और लगभग इतने ही फ्लैट हैं। सुशील मोदी ने पूछा कि क्या लालू यादव और उनका परिवार बता सकता है कि उनके 35 साल के राजनीतिक करियर में उन्हें इतनी संपत्ति कहां से मिली।
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