
बरहरवा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशव्यापी विश्वासघात दिवस पालन करने की कड़ी में साहिबगंज जिला के श्रीकुंड में यह कार्यक्रम आयोजित कि साथ ही सीआईटीयु के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गणों ने हिस्सा लिया। प्रकाश रहे कि केंद्र सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दबाव से कृषि से संबंधित तीन काले कानून वापस लेने के साथ किसानों की कर्ज माफी, किसानों के ऊपर लादे गए मुकदमे, आंदोलन में शिरकत होने वाले ट्रैक्टरों पर भारी संख्या में हुए मुकदमे को वापस करने की बात किए थे। लेकिन सरकार काले कानून को छोड़कर बाकी मुद्दों पर पीछे हट गए। जो सरासर वादाखिलाफी है एवं विश्वासघात है। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर जो कमेटी गठन करने की बात हुई थी, वह भी मेढ़क की गति के रफ्तार से चल रही है। जो साफ हो गया है कि सरकार इसे दरकिनार करने की फिराक में है। देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को आगे की दिशा में बढ़ा रही है।
देश में गंगा जमुनी तहजीब को जहां एक ओर चलने की दिशा में बढ़ रही है। वहीं देश के संविधान पर हमला जारी है। ऐसी स्थिति में पूरे देश के साथ साथ हम यह केंद्र सरकार के खिलाफ विश्वासघात दिवस इस कार्यक्रम के तहत कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में सीआईटीयु के उपाध्यक्ष कामरेड मोहम्मद इकबाल, किसान सभा के संयुक्त सचिव कामरेड असगर आलम, सीआई टी यू के जिला महामंत्री मालिक अस्तर के अलावे कामरेड सारीफूल इस्लाम, कामरेड मंटू प्रमाणिक, राजेंद्र टोप्पो, रोहित कुमार, मींज, अमित कुजूर, दुलाल लखड़ा, अर्जुन उंराव, रुपेश कुजूर, विमल उरांव, धर्मेंद्र कुजूर, सम्राट तुरी, सोनू किस्कु, नंदू मिंज, गणेश मींज, जफरुल जमान, अंबर अली के साथ साथ सैकड़ों किसान मजदूर साथियों ने हिस्सा लिया।