
मधेपुरा। बिहार लेनिन शहिद जगदेव प्रसाद जी की 100 वी० जयंती मधेपुरा वार्ड नं०- 13 में धूमधाम से मनाया गया। यह जयंती भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय के कौंसिल मेंबर सह आंतरिक परिवाद समिति सदस्य एवं रसायन शास्त्र के शोधार्थी बिट्टू कुमार के अध्यक्षता में मनाई गया। इस अवसर पर बिट्टू कुमार ने कहा कि समाजिक न्याय की धारा का प्रथम क्रांतिकारी नेता जो संघर्ष शहादत के बदौलत अमर हो गए। मैं जिस क्रांतिकारी की बुनायद डाल रहा हूं, वे बहुत लंबी और कठिन होगी। चुकी इसलिए लोग आते – जाते रहेंगे, लेकिन इसकी धारा रूकेगी नहीं। पहली पीढ़ी के लोग मारे जाएगें, दूसरी पीढ़ी के लोग जेल जाएगें, तीसरी पीढ़ी के लोग राज करेगें। लेकिन जीत अन्तोगत्वा हमारी ही होगी। जगदेव प्रसाद का विचार था कि वंचितों की आबादी 90% है। उन्होंने नारा दिया 100 में 90 शोषित है, 90 भाग हमारा है। 10 का शासन 90 पर नहीं चलेगा। आजादी के बाद बिहार की राजनीति में जगदेव बाबू खुलेआम सामंतवादी व्यवस्था को ललकारने वाले एक मात्र नेता थे।
वे समतामूलक शिक्षा व्यवस्था के पक्ष में थे। एक सामान अनिवार्य शिक्षा के पैरोकार थे तथा शिक्षा को केन्द्रीय सूची का विषय बनाने के पक्षधर थे। वे कहते थे- चपरासी हो या राष्ट्रपति की संतान। सबको शिक्षा एक सामान। हमेशा पिछड़ो, शोषितों, वंचितों एवं हरके गरीबों समाज के अधिकारों की लड़ाई आजीवन लड़ने वाले अमर शहीद जगदेव प्रसाद बाबू की जयंती पर उन्हें कोटि – कोटि नमन एवं श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
मौके पर छात्र नेता – अभिषेक कुमार उर्फ मंटू यादव, लालू कुमार उर्फ मिन्टू यादव, नीतीश कुमार, सौरभ, रूपेश, प्रभु कुमार, आशीष, दीपक, मनोरंजन, धर्मेंद्र, नीरज, शहनवाज, आदि लोग मौजूद थे।