खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय पर हुए सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं के 47 दिन बाद आज खरगोन पहुंचे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा कि पहुंच तो मैं उसी समय गया था, बस रूप और प्रकार अलग था। गृहमंत्री डॉ मिश्रा ने आज यहाँ पुलिस कंट्रोल रूम में कानून व्यवस्था की समीक्षा के बाद पत्रकारों से चर्चा में दंगों के 47 दिन बाद आने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि’मैं पहुंच तो उसी समय गया था, सब ने देखा था ,बस रूप और प्रकार अलग था’।
श्री मिश्र ने आगे कहा’उस समय आने पर प्रशासन का हमारी ओर फोकस हो जाता, हम सभी का ध्यान उस समय केवल कानून व्यवस्था पर ही था।’
उन्होंने बताया कि’आज विस्तृत समीक्षा में दंगे के पीछे कौन था, अपराधी कौन थे, और इसकी जड़ में क्या बात है, सभी बातें चर्चा में आई हैं और जल्दी ही खरगोन में बड़ी कार्यवाही देखी जाएगी’।
उन्होंने संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल को लेकर कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे और पुलिस के क्वार्टर भी बनाये जा रहे हैं। इसके अलावा खरगोन जिले में बिस्टान नाका और जैतापुर में दो नए थाने स्वीकृत करने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। साथ ही खरगोन जिले में एक’अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक’का पद भी बढ़ाया जा रहा है, जिसका मुख्यालय बड़वाह रहेगा। इसके अलावा निमाड़ अंचल में एक बटालियन भी प्रदान की जा रही है, खरगोन मध्य में होने के चलते बटालियन का केंद्र खरगोन ही रहेगा ही रहेगा।
दंगाइयों के मकान ध्वस्त नहीं होने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि’मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कानून अपना काम कर रहा है और कोई भी कानून के दायरे से नहीं बच सकेगा।’
उन्होंने टेरर फंडिग को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि’खरगोन और प्रदेश में न तो कोई टेरर रहेगा और न ही कोई फंडिग दिखेगी’।
इसके पूर्व भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने सर्किट हाउस में गृह मंत्री से मिलने पर रोके जाने पर हंगामा किया, हालांकि बाद में उन्हें मुलाकात का अवसर दिया गया।